क्यों पेटृोल इंजन एक ही क्यूबिक क्षमता के लिए डीजल इंजन से अधिक शक्तिशाली होते हैं?
अधिक संपीड़न अनुपात (compression ratios) और उच्च प्रज्वलन तापमान (burning temperatures) के कारण डीजल इंजन में थर्मोडायनेमिक (thermodynamic) चक्र होता है जो मूलतः गैसोलीन इंजन की तुलना में अधिक कुशल होता है। फिर यह उत्पादन प्रति यूनिट कम ईंधन का उपयोग करता है, लेकिन ऐसा करने के लिए सिलेंडर के भीतर अधिक स्थान की आवश्यकता होती है ताकिअधिक चरम दबाव (extreme pressure) और गैस विस्तार की विशेषताओं का उपयोग किया जा सके।
नतीजतन, जब इंजन की शक्ति (power) की तुलना में दो इंजनों की तुलना की जा रही है, तो गैसोलीन इंजन (gasoline engine) की ही बड़ी क्षमता होती है, लेकिन इससे अधिक ईंधन शक्ति (power) प्राप्त करने के लिए अधिक ईंधन (more fuel) और अधिक गर्मी (heat loss) का नुकसान होता है।
अधिक संपीड़न अनुपात (compression ratios) और उच्च प्रज्वलन तापमान (burning temperatures) के कारण डीजल इंजन में थर्मोडायनेमिक (thermodynamic) चक्र होता है जो मूलतः गैसोलीन इंजन की तुलना में अधिक कुशल होता है। फिर यह उत्पादन प्रति यूनिट कम ईंधन का उपयोग करता है, लेकिन ऐसा करने के लिए सिलेंडर के भीतर अधिक स्थान की आवश्यकता होती है ताकिअधिक चरम दबाव (extreme pressure) और गैस विस्तार की विशेषताओं का उपयोग किया जा सके।
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