बढ़ती ईंधन की कीमतों और बढ़ती ड्राइविंग दूरी कार मालिकों जेब पर काफी भारी टोल ले रहे हैं बाजार में सबसे अधिक ईंधन-कुशल कार खरीदना पर्याप्त नहीं है, खासकर जब निर्माताओं द्वारा दावा किए गए सभी लाभ आंकड़े सिम्युलेटेड ड्राइविंग परिस्थितियों में हासिल किए जाते हैं और असली दुनिया की स्थितियों में समान लाभ प्राप्त करना बहुत मुश्किल है। इसके अलावा, आप अभी बाहर नहीं जा सकते और एक नई, अधिक ईंधन कुशल कार खरीद सकते हैं क्योंकि यह स्पष्ट रूप से संभव नहीं है। शुक्र है, आपके वाहन की ईंधन अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए काफी कुछ विधियां और चालें हैं जो कि लागू करने के लिए सभी कठिन नहीं हैं इस पोस्ट में यहां, हम आपको बताएंगे कि कैसे कार माइलेज बढ़ाने के लिए क्या कर सकते है।
टिप 1: नियमित गति:--
टिप 2: भावनाओ पर काबू रखे:--
ईंधन बचाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप बार-बार गियर बदलने से बचें। आप जितनी स्मूथ ड्राइविंग करेंगे, ईंधन की खपत उतनी कम होगी। गाड़ी चलाते हुए सोचें कि गाड़ी के एक्सीलेटर पर अण्डा रखा है, यानी उस पर ज्यादा दबाव डालने से अण्डा टूट सकता है। इससे आप गाड़ी के एक्सीलेटर पर ज्यादा जोर नहीं डालेंगे। इसके साथ आगे देखें और पहले से अनुमान लगाना सीखें। जब आप यह देखें कि कोई लाल सिगनल आने वाला है, तो पहले ही गाड़ी की रफ्तार धीमी करनी शुरू कर दें। यह उससे कई मायनों में बेहतर रहेगा कि आप सिग्नल के करीब पहुंचने पर अचानक ब्रेक लगायें।
यह बहुत जरूरी है। टायर में हवा का सही दबाव रखने से आपकी कार की माइलेज 3 फीसदी से कुछ ज्यादा बढ़ जाती है। सुनने में यह बहुत कम लग सकता है, लेकिन लंबे समय में इसके काफी फायदे होते हैं। इसके साथ ही लोअर रोलिंग रेजिस्टेंस वाले टायरों का इस्तेमाल करें, जिससे ऊर्जा की कम खपत हो। यदि आपने अपनी कार में एलॉय व्हील लगाये हैं, तो लंबी दूरी के लिए नियमित टायरों को ही चुनें। क्योंकि नियमित टायर ईंधन की खपत को कम करने में मदद करते हैं। ये हाई-परफॉरमेंस टायर जहां, बेहतर ग्रिप और हैंडलिंग देते हैं, वहीं इनका रोलिंग रेजिस्टेंस भी अधिक होता है, जिससे कार की ईंधन की खपत बढ़ जाती है।
कार जितनी भारी होगी, वह उतना ही अधिक ईंधन इस्तेमाल करेगी। तो, अपनी कार में बेकार के सामान और गैरजरूरी कबाड़ न लादें। इससे न केवल ईंधन की बचत होगी, बल्कि आपकी कार अच्छी भी लगेगी। इसलिये कार को जादा से जादा हल्का रखे।
इस बात को अच्छी तरह याद रखें कि जिस कार की सर्विस नियमित रूप से नहीं की जाएगी, उसकी ईंधन की खपत भी कम होगी। इस बात का पूरी तरह ध्यान रखें कि आपकी कार की नियमित सर्विस होती हो। कार का एयर-फिल्टर, फ्यूल फिल्टर और स्पार्क प्लग जांचने को अपनी आदत बना लें। इसके साथ ही 60 हजार किलोमीटर चलने के बाद कार का ऑक्सीजन सेंसर भी जांच लें। खराब सेंसर आपकी कार की माइलेज को 20 फीसदी तक कम कर सकता है। ऑक्सीजन सेंसर एमिशन कंट्रोल सिस्टम का हिस्सा होता है, जो इंजन को क्षमतापूर्वक काम करने में मदद करता है। यह फ्यूल मिक्चर की इंजन में आने की मात्रा को नियंत्रित करने का काम करता है।
कितनी ही बार आप पत्नी के साथ साप्ताहिक शॉपिंग पर निकलते हैं और चक्कर खाकर वापस आ जाते हैं। शॉपिंग के लिए कम से कम जगह जाने की योजना बनायें। कैसा रहे अगर यह खरीदारी मॉल जैसे वन स्टॉप स्थान से की जा सके। इसके साथ ही अपना स्वभाव नियंत्रित रखें और अपने रूट को जीपीएस पर देखने से भी आप जाम जैसी समस्याओं से बच सकते हैं। इससे आप अच्छी खासी मात्रा में ईंधन बचा सकते हैं।
ऑयल कंपनियां बेहतर पावर, माइलेज और इंफिशियंसी के लिए 'स्पेशल' फ्यूल होने का दावा करती हैं। वे आपको सलाह देते हैं कि आप अपनी कार को उच्च ऑक्टेन फ्यूल पर चलायें। लेकिन, संभव है कि इससे आपकी कार की माइलेज पर कोई फर्क न पड़े क्योंकि शायद आपकी कार का इंजन इस हिसाब से डिजाइन ही नहीं किया गया है। तो, ऐसे में आपके पैसे बचाने के बजाय दरअसल, ईंधन पर आपकी खपत बढ़ जाती है, क्योंकि ईंधन के इन वेरिएंट की कीमत सामान्य से अधिक होती है। अच्छा है कि आप कार निर्माता कंपनी द्वारा सुझाये गए ईंधन और इंजन ऑयल का ही इस्तेमाल करें। इससे आपकी कार की परफॉरमेंस अच्छी रहेगी।
टिप 9:बड़ी गाडि़यों से रेस ना लगाये :-
यदि आपको अपनी मंजिल पर पहुंचने की कोई जल्दी नहीं है, तो इस नियम को अपनायें। बड़ी गाडि़यों के पीछे चलना वास्तव में तनाव रहित तरीका है ड्राइविंग करने का। क्योंकि आमतौर पर वे बड़े ही स्मूथ तरीके से लेन बदलते हैं और साथ ही ट्रैफिक और हाईवे से सबसे छोटा रास्ता निकालने में भी माहिर होते हैं। उचित दूरी से किसी ट्रक अथवा बस के पीछे-पीछे चलना ईंधन बचाने में मदद करता है, क्योंकि इससे आपकी कार पर कम दबाव पड़ता है। हालांकि, हम जानते हैं कि हर बार ऐसा कर पाना संभव नहीं होता।
टिप 10:जब जरूरत न हो, तो एसी बंद कर दें :-
हम अपने देश के माहौल और वातावरण से अच्छी तरह वाकिफ हैं। तापमान और प्रदूषण के कारण लंबे समय तक शीशा नीचे करके गाड़ी चलाना संभव नहीं। नतीजा यह होता है कि एसी हर समय चलता रहता है। लेकिन, एसी काम करने के लिए काफी शक्ति और ईंधन की खपत करता है। तो, जब भी हो सके, एसी बंद कर दें। इसके साथ ही यदि आपकी कार में लगा एसी क्लाइमेट कंट्रोल के विकल्प के साथ आता है, तो उसे 'ऑटो' मोड पर कर दें और ब्लोअर की गति भी धीमी कर दें। इससे ईंधन की खपत कम हो जाएगी। और हां हाईवे पर तेज रफ्तार के दौरान एसी ऑन और खिड़कियों को ऊंचा रखें। क्योंकि तेज रफ्तार पर शीशे खुले रखने से कार के अंदर दबाव बनने लगता है, जिससे इंजन पर जोर पड़ता है और ईंधन की खपत बढ़ जाती है।
"आपकी कार के माइलेज को बढ़ाने के लिए 10 टिप्स और ट्रिक्स"
अधिकतर कारें अपनी सर्वश्रेष्ठ माइलेज तभी देती हैं, जब उन्हें 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलाया जाए। तो, यदि संभव हो, अपनी गाड़ी को इस तय रफ्तार से ज्यादा तेज या कम न चलायें। हाईवे पर 80-90 किलोमीटर की गति से तेज चलाने से कार की माइलेज में काफी गिरावट आ जाती है। तो जरा गाड़ी की स्पीड पर जरा संयम रखें।
टिप 3: रेड लाइट पर गाड़ी बंद कर दें:--
यह तो सामान्य सा नियम है। जहां भी आपको तीस सेकेण्ड से ज्यादा रुकना हो, वहां अपनी गाड़ी बंद कर दें। यदि आपको इससे कम वक्त लगने वाला हो, तो अपनी कार को बंद न करें, अन्यथा इसे स्टार्ट करने में आपको अधिक ईंधन की जरूरत होगी। हम भारतीय इस बात को अच्छी तरह मानते हैं, इसलिए इस पर ज्यादा बहस करने की जरूरत नहीं।
यह तो सामान्य सा नियम है। जहां भी आपको तीस सेकेण्ड से ज्यादा रुकना हो, वहां अपनी गाड़ी बंद कर दें। यदि आपको इससे कम वक्त लगने वाला हो, तो अपनी कार को बंद न करें, अन्यथा इसे स्टार्ट करने में आपको अधिक ईंधन की जरूरत होगी। हम भारतीय इस बात को अच्छी तरह मानते हैं, इसलिए इस पर ज्यादा बहस करने की जरूरत नहीं।
टिप 4: सही टायर और सही प्रेशर चुनें:-
टिप 5: कार पर कम बोझ डालेंl:-
टिप 6: कार की नियमित सर्विस करवायें:-
टिप 7: एक रूट प्लानर का उपयोग करें:-
टिप 8: एक सिंथेटिक तेल ADDITIVE का उपयोग करें:-
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